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मनो विज्ञान हिन्दी नोट्स REET के लिए


 मनो विज्ञान हिन्दी नोट्स REET  के लिए 

बाल विज्ञान एंव शिक्षा मनोविज्ञान व शिक्षाशास्त्र की खोज 

मनोविज्ञान की परिभाषा : -

                    मनोविज्ञान (Psychology) वह शैक्षिणिक ज्ञान व अनु प्रयोगात्मक ज्ञान है। जो सभी प्राणीयों (मनुष्य ,पशु ,पक्षी आदि )के मानसिक क्रियाओं ,अनुभवों एव व्यक्त व्यवहारों का एक सुव्यवस्थित ,क्रमबद्ध तथा वैज्ञानिक अध्ययन कराती है।
                    सरल भाषा में यह कहा सकता है कि मनोविज्ञान एक ऐसा विज्ञान है जो ज्ञान को क्रमबद्ध रूप से जोड़कर मनुष्य के व्यवहार का अध्ययन करता है तथा उसके भीतर की मानसिक एंव शारीरिक  क्रियाए  जैसे मन,चिंतन ,भाव तथा पर्यावरण की घटनाओ के साथ उनका संबंध जोड़कर अध्ययन करता है।

मनोविज्ञान का इतिहास  :( History of psychology )

    16 वीं शताब्दी में अरस्तु के प्रयासों से मनोविज्ञान दर्शनशास्त्र ( philosophy)  से अलग हुआ। इसलिए अरस्तु को मनोविज्ञान का जनक कहा जाता है। 
            अरस्तु के समय मनोविज्ञान को  स्वत्रन्त्र  रूप से मान्यता मिलने का उल्लेख रायबर्न ( Raiborn) अपनी पुस्तक  एन इंट्रोडक्शन ऑफ साइकोलॉजी ( an introduction of psychology ) में किया। 
मनोविज्ञान के लिए साइकोलॉजी शब्द का प्रयोग रुडोल्फ गोक्लेनियस   ( Rudolf Goclenius )ने किया। 

 मनोविज्ञान की महत्वपूर्ण  परिभाषाएं

1.  “ मनोविज्ञान, व्यवहार का निश्चित या शुद्ध विज्ञान है।( वाटसन )
2. “ मनोविज्ञान, वातावरण के सम्पर्क में होने वाले मानव व्यवहारों का विज्ञान है।"( वुडवर्थ )
3.  “ मनोविज्ञान, आचरण एवं व्यवहार का यथार्थ विज्ञान है।”(मैक्डूगल )
4.   “ मनोविज्ञान मानव  व्यवहार और मानव सम्बन्धों का अध्ययन है।”(क्रो एण्ड क्रो )
5 .  “ मनोविज्ञान, व्यवहार और अनुभव का विज्ञान है।”( स्किनर )
6 .  “आधुनिक मनोविज्ञान का सम्बन्ध व्यवहार की वैज्ञानिक खोज से है।”( मनु )
7    “ मनोविज्ञान का सम्बन्ध प्रत्यक्ष मानव – व्यवहार से है।” ( गैरिसन )
8  “ मनोविज्ञान वह विज्ञान है, जो जीवित व्यक्तियों का उनके वातावरण के प्रति अनुक्रियाओं का अध्ययन करता है।(गार्डनर मर्फी)
9  “शिक्षा मनोविज्ञान शैक्षणिक विकास का क्रमिक अध्ययन है।( स्टीफन )
10 "शिक्षा के द्वारा मानव व्यवहार में परिवर्तन किया जाता है तथा मानव व्यवहार का अध्ययन ही मनोविज्ञान  कहलाताहै।”( ब्राउन )
11 “मनोविज्ञान के सिद्धान्तों व परिणामों का शिक्षा के क्षेत्र में अनुप्रयोग ही शिक्षा मनोविज्ञान कहलाता है।” कॉलसनिक )
12 ''मनोविज्ञान वह विज्ञान है ,जिसमे छात्र , शिक्षण तथा अध्यापन का क्रमबद्ध अध्ययन किया जाता है।” ( जॉन एफ.ट्रेवर्स )
13 “शिक्षा मनुष्य की क्षमताओं का विकास है , जिनकी सहायता से वह अपने वातावरण पर नियंत्रण करता हुआ अपनी संभावित उन्नति को प्राप्त करता है।” ( जॉन डीवी )
14 “शिक्षा मनुष्य की क्षमताओं का स्वाभाविक,प्रगतिशील तथा विरोधहीन विकास है”( पेस्टोलॉजी)  
15 “शिक्षा मनोविज्ञान शैक्षिक विकास का क्रमिक अध्ययन है ।” ( जे.एम. स्टीफन )
16 ''शिक्षा मनोविज्ञान शैक्षिक परिस्थितियों के मनोविज्ञान पक्षों का अध्ययन है ।“ ( ट्रो )
17 “शिक्षा की प्रकिया पूर्णतया मनोविज्ञान की कृपा पर निर्भर है।” (बी एन झा )
18 “शिक्षा मनोविज्ञान शैक्षिक परिवेश में व्यक्ति के विकास का व्यवस्थित अध्ययन है ।” ( एस एस चौहान )
19 “शिक्षा मनोविज्ञान का मुख्य सम्बन्ध सीखने से है। यह मनोविज्ञान का वह अंग है, जो शिक्षा के मनोवैज्ञानिक पहलुओं की वैज्ञानिक खोज से विशेष रूप से सम्बन्धित है।”(सारे व टेलफोर्ड )
20 “बालक के विकास का अध्ययन हमें यह जानने योग्य बनाता है कि क्या पढ़ायें और कैसे पढाये ।” ( किल्फोर्ड )

मनोविज्ञान के सिद्धांत एंव जनक :



 बाल विकास एंव शिक्षाशास्त्र की परिभाषा :

                बाल विकास का अर्थ 

बाल विकास में प्रमुख रूप से बालक के स्वरूप ,व्यवहार ,रुचियों और उद्देश्यों में होने वाले विशेष परिवर्तनों के अनुसंधान पर बल दिया जाता है ,बालक के एक विकास कालक्रम से दूसरे विकास कालक्रम में प्रवेश करते समय होते हैं। बालविकास के अध्ययन में यह जानने का प्रयास किया जाता है। कि यह परिवर्तन कब और क्यों होते हैं ?यह परिवर्तन व्यक्तिगत हैं या सार्वभौमिक हैं। 

  • बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र ( Child Development and Pedagogy )

       मुख्य प्रश्न एंव उत्तर 

  • बालक के विकास की प्रक्रिया कब शुरू होती है – 
  • उत्तर  - जन्‍म से पूर्व
  • विकास की प्रक्रिया कैसी होती है ?
  • उत्तर – जीवन पर्यन्‍त चलती है।
  • सामान्‍य रूप से विकास की कितनी अवस्‍थाएं होती हैं ?
  • उत्तर  – पांच
  • ”वातावरण में सब बाह्य तत्‍व आ जाते हैं जिन्‍होंने व्‍यक्ति को जीवन आरंभ करने के समय से प्रभावित किया है।” यह परिभाषा किसकी है?
  • उत्तर  – वुडवर्थ की
  • ”वंशानुक्रम व्‍यक्ति की जन्‍मजात विशेषताओं का पूर्ण योग है, यह कथन किसका है /
  • उत्तर  – बी.एन.झा का
  • बंशानुक्रम के निर्धारक होते हैं 
  • उत्तर – जीन्‍स
  • कौन-सी विशेषता विकास पर लागू नहीं होती है ?
  • उत्तर  – विकास को स्‍पष्‍ट इकाइयों में मापा जा सकता है।
  • शैशव काल का नियत समय क्या  है?
  • उत्तर  – जन्‍म से 5-6 वर्ष तक
  • बालक की तीव्र बुद्धि का विकास पर क्‍या प्रभाव पड़ता है ?
  •  उत्तर – विकास सामान्‍य से तीव्र होता है।
  • बाल्‍यावस्‍था में मस्तिष्‍क का कितना प्रतिशत  विकास होता है ? 
  • उत्तर : – 90 प्रतिशत
  • अन्‍तर्दर्शन विधि में किस पर बल दिया जाता है ?
  • उत्तर – स्‍वयं के अध्‍ययन पर
  • बालक को आनन्‍ददायक सरल कहानियों द्वारा नैतिक शिक्षा प्रदान करनी चाहिए। यह कथन है। 
  • उत्तर – कोलेसनिक का
  • विकास के सन्‍दर्भ में मैक्‍डूगल ने क्या विश्लेषण किया ?
  •  उत्तर   – मूल प्रवृत्‍यात्‍मक व्‍यवहार का विश्‍लेषण किया।
  • जब हम किसी भी व्‍यक्ति के विकास के विषय में चिन्‍तन करते हैं तो हमारा आशय क्या होना चाहिए -
  • उत्तर  – उसकी कार्यक्षमतासे होता है, उसकी परिपक्‍वता से होता है, उसकी शक्ति ग्रहण करने से होता है।
  • संवेगात्‍मक विकास में किस अवस्‍था में तीव्र परिवर्तन होता है ?
  • उत्तर – किशोरावस्‍था
  • वृद्धि और विकास है। 
  • उत्तर – एक-दूसरे के पूरक
  • चारित्रिक विकास का प्रतीक क्या  है?
  • उत्तर  – उत्‍तेजना
  • विकासात्‍मक पद्धति को क्या कहते हैं
  •  उत्तर  – विकासात्‍मक पद्धति को उत्‍पत्ति मूलक विधि कहते हैं 
  • मानसिक विकास के लिए अध्‍यापक का क्या कार्य है?
  • उत्तर  – बालकों को सीखनेके पूरे-पूरे अवसर प्रदान करें। छात्र-छात्राओं के शारीरिक स्‍वास्‍थ्‍य की ओर पूर-पूरा ध्‍यान दें। व्‍यक्तिगत भेदों की ओर ध्‍यान देते हुए उनके लिए समुचित वातावरण की व्‍यवस्‍था करें।
  • वाटसन ने नवजात शिशु में मुख्‍य रूप से किन संवेगों की बात कही है। 
  • उत्तर – भय, क्रोध व स्‍नेह
  • किशोरावस्‍था की मुख्‍य समस्‍याएं क्या  हैं?
  • उत्तर  – शारीरिक विकास की समस्‍याएं, समायोजन की समस्‍याएं, काम और संवेगात्‍मक समस्‍याएं
  • शैशवावस्‍था जन्म से कितने वर्ष तक होती  है ?
  • उत्तर  – जन्‍म से 7 वर्ष तक
  • शिशु का विकास कहां प्रारम्‍भ होता है?
  • उत्तर  – गर्भकाल में
  • बाल्‍यावस्‍था के लिए पर्याप्‍त नींद होनी चाहिए  
  • उत्तर - 8 घण्‍टे
  • बालिकाओं की लम्‍बाई की दृष्टि से अधिकतम आयु होती है-
  • उत्तर  – 16 वर्ष
  • बालक के विकास को जो घटक प्रेरित नहीं करता है, वह कौनसा है?
  • उत्तर  – वंशानुक्रम या वातावरण दोनो ही नहीं
  • किसके विचार से शैशवावस्‍था में बालक प्रेम की भावना, काम प्रवृति पर आधारित होती है-
  • उत्तर  – फ्रायड
  • रॉस ने विकास  क्रम के अन्‍तर्गत किशोरावस्‍था का काल निर्धारित किया है -
  • उत्तर – 12 से 18 वर्ष तक
  • किशोरावस्‍था की प्रमुख विशेषता नहीं हैं -
  • उत्तर – मानसिक विकास
  • बालकों के विकास की किस अवस्‍था को सबसे कठिन काल के रूप में माना जाता है ?
  • उत्तर – किशोरावस्‍था 
  • बाल्‍यावस्‍था की प्रमुख विशेषता नहीं है- 
  • उत्तर – अन्‍तर्मुखी व्‍यक्तित्‍व
  • संवेगात्‍मक विकास में किस अवस्‍था में तीव्र परिवर्तन होता है?
  • उत्तर  – किशोरावस्‍था
  • विकासवाद के समर्थक कौन -कौन  हैं- 
  • त्तर – डिके एवं बुश, गाल्‍टन, डार्विन
  • विकास का तात्‍पर्य है -
  •  उत्तर – वह प्रक्रिया जिसमें बालक परिपक्‍वता की ओर बढ़ता है।
  • Age of Puberty कहलाता है -
  • उत्तर – पूर्ण किशोरावस्‍था
  • व्‍यक्ति के स्‍वाभाविक विकास को कहते है 
  • उत्तर - अभिवृद्धि
  • बालक के विकास की प्रक्रिया एवं विकास की शुरूआत होती है 
  • उत्तर - जन्‍म से पूर्व
  • ”विकास के परिणाम स्‍वरूप व्‍यक्ति में नवीन विशेषताएं और नवीन योग्‍यताएं प्रकट होती है।” यह कथन किसका है ?
  • उत्तर – हरलॉक का
  • शैक्षिक दृष्टि से बाल विकास की अवस्‍थाएं होती  है। 
  • उत्तर – शैशवावस्‍था, बाल्‍यावस्‍था, किशोरावस्‍था
  • स्किनर का मानना है कि ”विकास के स्‍वरूपों में व्‍यापक वैयक्तिक भिन्‍नताएं होती हैं।यह विचार विकास के किस सिद्धांत के संदर्भ में  हैं 
  • उत्तर – व्‍यक्तिगत भिन्‍नता का सिद्धान्‍त
  • मनोविश्‍लेषणवाद (Psyco Analysis) के जनक थे -
  • उत्तर – फ्रायड
  • ”मुझे बालक दे दीजिए। आप उसे जैसा बनाना चाहते हों, मैं उसे वैसा ही बना दूंगा।” यह कहा था-
  • उत्तर  – वाटसन ने
  • सिगमण्‍ड फ्रायड के अनुसार, निम्‍न में से मन की तीन स्थितियां  हैं-
  •  उत्तर – चेतन, अद्धचेतन, अचेतन
  • केवल दो प्रकार की मूल प्रवृत्ति है -
  • उत्तर – मृत्‍यु एवं जीवन। यह विचार है – फ्रायड
  • व्‍यक्ति के स्‍वाभाविक विकास को कहते हैं 
  • उत्तर - अभिवृद्धि
  • विकास का अभिप्राय है – 
  • उत्तर -वह प्रक्रिया जिसमेंबालक परिपक्‍वता की ओर बढ़ता है।
  • संवेग शरीर की वह जटिल दशा है जिसमें श्‍वास, नाड़ी तन्‍त्र, ग्रन्थियां, मानसिक स्थिति, उत्‍तेजना, अवबोध आदि का अनुभूति पर प्रभाव पड़ता है तथा पेशियां निर्दिष्‍ट व्‍यवहार करने लगती हैं। यह कथन है – 
  • उत्तर - ग्रीन का
  • ”वातावरण में सब बाह्य तत्‍व आ जाते हैं, जिन्‍होंने व्‍यक्ति को आरम्‍भ करने के समय में प्रभावित किया है।” यह परिभाषा है – 
  • उत्तर  -बुडवर्थ की
  • ”विकास के परिणामस्‍वरूप व्‍यक्ति में नवीन विशेषताएं और नवीन योग्‍यताएं प्रगट होती हैं।” यह कथन है – 
  • उत्तर  -हरलॉक का





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