सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

बाल विकास की अवधारणा एवं अधिगम से संबंध ( नोट्स भाग 4 )

बाल विकास की अवधारणा एवं अधिगम से संबंध   

     
   

        बाल विकास की अवधारणा विकास जीवन पर्यन्त चलने वाली एक निरंतर प्रक्रिया है। विकास की प्रक्रिया में बालक का शारीरिक क्रियात्मक ,संज्ञानात्मक, भाषागत ,संवेगात्मक एक सामाजिक विकास होता है। बालक में आयोग के साथ होने वाले गुणात्मक एंव तगड़ा परिमाणात्मक परिवर्तन सामान्यत: देखे जाते है। बालक में क्रम बद्ध रूप से होने वाले सुसंगत परिवर्तन की क्रमिक श्रृंखला को विकास कहते हैं। और अधिगम को हम लर्निंग कहते हैं। ( लर्निंग ) यानि याद करना। इसका मतलब सीखना एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है।तथा जीवन पर्यन्त कुछ न कुछ सीखता रहता है। परिस्थिति तथा आवश्यकता सीखने की गति को बढाती रहती हैं। सीखने के लिए कोई स्थान निश्चित नहीं होता। व्यक्ति कहीं भी किसी भी समय कुछ भी सिख सकता है। मनोविज्ञानिक भाषा में सीखने को ही अधिगम कहा गया है। 

अधिगम ( Learning ) की परिभाषाएं 

1 वुडवर्थ के  अनुसार -''नवीन ज्ञान एंव प्रतिक्रियाओ का अर्जन ही अधिगम Learning है''। 

2 स्किनर के अनुसार - ''व्यवहार में उत्तरोत्तर अनुकूल ही अधिगम है''। 

3 गिलफोर्ड  के अनुसार -''व्यवहार के कारण व्यवहार में होने वाला स्थाई परिवर्तन ही अधिगम है ''

4 गेट्स व् अन्य के अनुसार -''अनुभव व् प्रशिक्षण के द्वारा व्यक्ति के व्यवहार में आने वाला स्थाई परिवर्तन ही अधिगम ( learning ) है। 

5 क्रो व् क्रो के अनुसार - ''नया ज्ञान आदत एंव अभिवर्त्तियों अर्जन ही अधिगम है।  

अधिगम के सोपान :

१ अभिप्रेरणा 
२ लक्ष्य / उद्देश्य 
३  तत्परता 
४ वातावरण 
५ अनुक्रिया 
६ समायोजन 
७ व्यवहार में परिवर्तन 
८ स्थायीकरण 

सीखने के प्रकार :

१ ज्ञानात्मक अधिगम 
२ भावात्मक अधिगम 
३ क्रियात्मक अधिगम 

१  ज्ञानात्मक अधिगम :-यह बौद्धिक विकास तथा ज्ञान अर्जित करने की क्रियाओं पर प्रयुक्त है। इसमें प्रत्यक्षात्मक ,प्रत्यायत्मक ,साह्चर्यात्मक रूप में सीखा जाता है। 

भावात्मक अधिगम :-इसका संबंध बच्चों की कोमल भावनाओं से है। भावनात्मक अधिगम का उद्देश्य है की बच्चे किसी वस्तु को देखकर किसी आवाज को सुनकर आनन्द प्राप्त कर सके। इसमें महसूस करके सीखा जाता है। 

क्रियात्मक अधिगम :- इसमें किसी कला में निपुणता प्राप्त की जाती है. जैसे -संगीत ,नृत्य ,मॉडल बनाना आदि। 

अधिगम  की विशेषताएं :

सीखना ही अधिगम है। 
अधिगम व्यवहार परिवर्तन है। 
अधिगम आदतों के निर्माण की प्रक्रिया है। 
अधिगम अनुभवों का संघटन है। 
अधिगम कार्य व् उत्पादन है। 
अधिगम अनुकूलन है। 
अधिगम विशेष परिस्थितयों की उपज है। 
अन अधिगम भी अधिगम है.
अधिगम सार्वभौमिक प्रक्रिया है। 
अधिगम निरंतर चलने वाली /सतत प्रक्रिया है। 

अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक :

(१)व्यक्तिगत कारक :

    १ अभिप्रेरणा अधिगम को सर्वाधिक प्रभावित करने वाला कारक 
    २ इच्छा शक्ति 
    ३ शारीरिक  मानसिक स्वास्थ्य 
    ४ आयु का व्यक्तित्व 

( २ ) शिक्षक संबंधी कारक :

    १ विषयवस्तु में निपुणता 
    २ विषयवस्तु में प्रस्तुतिकरण 
    ३ शिक्षक  का व्यक्तित्व 

( ३ ) वातावरण संबंधी कारक :

    १ परिवार का वातावरण 
    २ विद्यालय व् कक्षा का वातावरण 
    ३ सामाजिक व् सांस्कृतिक वातावरण 
    ४ मनोविज्ञानिक वातावरण  

बाल विकास की विशेषताएँ :-

● बाल विकास की प्रकिया प्राकृतिक, सरल एवं स्वाभाविक रूप में सम्पन्न होती है।

● बाल विकास को छात्रों, शिक्षक एवं अभिभावकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।

● बाल विकास में शारीरिक कार्य एवं व्यवहार में परिवर्तन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, इनको देखकर बाल विकास के बारे में जानकारी प्राप्त की जाती है।

● बाल विकास एक स्वाभाविक प्रकिया है, और बाल विकास की स्थिति का पता कुछ निर्धारित मानकों के आधार पर किया जाता है।

● बाल विकास में विकास के स्तरों का वर्गीकरण करके उसके स्वरूप को निर्धारित किया जाता है, इसलिए हम यह कह सकते हैं कि बाल विकास एक वर्गीकृत प्रकिया है।

● बाल विकास एक मनोवैज्ञानिक प्रकिया है, क्योंकि इसमें मनोवैज्ञानिक के कई सिद्धान्तो, नियमों एवं अनुसंधानों का प्रयोग करके परिणाम तक पहुंचा जाता है।

● बाल विकास में सभी बच्चों के विकास में कुछ न कुछ अंतर पाया जाता है

● बाल विकास के सिद्धांत एवं इसके मापन की प्रक्रिया पूरी तहर विज्ञान के नियमों पे आधारित है, इसलिए आप बाल विकास की अवधारणा को एक प्रकार  की वैज्ञानिक प्रक्रिया कह सकते हैं

● बाल विकास आधुनिक एवं सामाजिक प्रकिया है क्योंकि इसमें छात्रों के सर्वांगिक  विकास के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण का प्रयोग किया जाता हैं

बाल विकास एवं अधिगम (सीखना) का सम्बन्ध :-

● शारीरिक विकास के उच्च स्थिति की अवस्था में अधिगम या सीखने की प्रकिया तीव्र एवं स्थायी रूप में होती है और शारीरिक विकास की अच्छी स्थिति न होने पर अधिगम की प्रक्रिया धीमें हो जाती है

● संज्ञानात्मक विकास की उचित स्थिति ही अधिगम को उच्च एवं स्थायी बनाती है.

● सामाजिक विकास की प्रभावशीलता ही प्रभावी अधिगम का मार्ग प्रशस्त करती हैं,

● संवेगात्मक स्थिरता के माध्यम से ही बालक सन्तुलित कार्य व्यवहार सीखता है.

● नैतिक विकास के आधार पर ही छात्र नैतिक कार्यों को एवं गतिविधियों को सीखता है.

● मानसिक विकास के आधार पर ही बालक द्वारा तर्क, चिन्तन एवं खोज सम्बन्धी गतिविधियाँ सीखी जाती हैं

बाल विकास का उद्देश्य, आवश्यकता एवं महत्व :-

● बाल विकास के आधार पर शिक्षक द्वारा और स्कूल के माध्यम से विद्यार्थियों का अच्छा शारीरिक विकास किया जाता है 

● बाल विकास के आधार पर विद्यार्थियों का का मानसिक विकास को बढ़ाने का कार्य शिक्षक, विद्यालय एवं अभिभावक द्वारा किया जाता है

● बाल विकास द्वारा विद्यार्थियों में शिक्षण के माध्यम से और विद्यालय के माध्यम से सृजनात्मकविकास किया जाता है।

● बाल विकास द्वारा विद्यार्थियों शिक्षक एवं विद्यालय द्वारा छात्रों की संवेगात्मक स्थिरता उत्पन्न करने वाली गतिविधियों उपलब्ध करायी जाती हैं।

● बाल विकास के आधार पर छात्रों का सामाजिक विकास किया जाता है

● बाल विकास के  आधार पर ही शिक्षक द्वारा प्रभावी शिक्षण अधिगम प्रकिया का आयोजन किया जाता है

● बाल विकास के आधार पर ही विद्यार्थियों का भाषायी विकास किया जाता है

● बाल विकास के आधार पर ही विद्यार्थियों को नैतिकता एवं मानवता का विकास करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।



अधिगम के मुख्य प्रश्न 

प्रश्न=1 ‘अधिगम के व्यवहार सिद्धान्त’ के प्रतिपादक है ?
(अ) कुर्ट लेविन( Kurt Levin)
(ब) बाण्डुरा( Bandura)
(स) जीन पियाजे
(द) क्लार्क हल(Clark Hull) - उत्तर 

प्रश्न=2 अधिगम की सफलता का मुख्य आधार माना जाता है ?
(अ) दण्ड व आरोप
(ब) पुरूस्कार व प्रंशसा
(स) लक्ष्य प्राप्ति की उत्कृष्ट इच्छा -उत्तर 
(द) अधिकारी बनने की इच्छा

प्रश्न=3 बालक शरीर के अंगो का संचालन करना सीखता है किस प्रकार के अधिगम के माध्यम से ?
(अ) गत्यात्मक(Dynamic) -उत्तर 
(ब) समस्या समाधान( Problem solution)
(स) शाब्दिक( Verbal)
(द) उन्नतोधर( Elevated)

प्रश्न=4 एक बालिका को साईकिल चलाना आता है, वह स्कूटी खरीदती है,तो आसानी से स्कूटी चलाना सीख जाती है,यहा अधिगम का कौनसा स्थानान्तरण है ?
(अ) पाशिर्वक
(ब) नकारात्मक
(स) शून्य
(द) सकारात्मक उत्तर 

प्रश्न=5 विष्णु को पढाई करते समय नींद भगाने के लिए चाय पीता है,परन्तु चाय पीकर गहरी नींद मे सो जाता है,यहा अधिगम का स्थानान्तरण है ?
(अ) पाशिर्वक
(ब) शून्य
(स) सकारात्मक
(द) नकारात्मक उत्तर 

प्रश्न=6 क्रियात्मक अनुबन्धन का सिद्धान्त किसकी देन माना जाता है ?
(अ) थार्नडाइक ( Thornadike) की
(ब) स्किनर ( Skinner) की उत्तर 
स) पाॅवलाॅव (Pavlov) की
(द) उपयुक्त सभ

प्रश्न=7 ‘गेस्टाल्ट’ का अर्थ है ?
(अ) व्यवहार के रूप मे
(ब) परिवर्तन के रूप मे
(स) मशीनो के रूप मे
(द) समग्र के रूप मे -उत्तर 

प्रश्न=8 “सीखना विकास की प्रक्रिया(Learning Development Process) है”-यह परिभाषा है ?
(अ) क्रो तथा क्रो ने
(ब) वुडवर्थ ने उत्तर 
(स) गिलफोर्ड ने
(द) स्किनर ने

प्रश्न=9 रीना कक्षा 2 की छात्रा है,उसे अध्यापिका ने डण्डे से पीटा अगले दिन वह अध्यापिका के हाथ मे डण्डा देखकर  रोना प्रारम्भ कर देती है,अधिगम का अंतरण है ?
(अ) उध्वर्र
(ब) नकारात्मक
(स) सकारात्मक
(द) द्वि-पाशिर्वक -उत्तर 

प्रश्न=10 कक्षा-7 का रोहन प्रारम्भिक पाठो को तो तीव्र गति से सीखता है परन्तु धीरे धीरे उसके सीखने की गति कम हो जाती है,एक समय ऐसा आता है कि कितने भी प्रयास करने पर भी वह अधिक नही सीख पाता है,यह प्रक्रिया है ?
(अ) प्रत्यक्षण
(ब) मानसिकता
(स) अधिगम पठार  उत्तर 
(द) अधिगम अवरोध

प्रश्न=11 पूजा 2nd ग्रेड की तैयारी कर रही है,उसी दौरान उसके REET का परिणाम आ जाता है तथा वह असफल हो जाती है,वह दुःखी होकर तैयारी बंद कर देती है,क्लार्क हल के अनुसार उसे आवश्यकता है ?
(अ) सफलता
(ब) अभिप्रेरणा
(स) पुनर्बलन -उत्तर 
(द) भोजन

प्रश्न=12 विद्यार्थियो को अगले कार्य के लिए तैयार करने हेतु प्रथम परिस्थिति मे प्रदान किया पुनर्बलन अभिप्रेरणा का कार्य करता है,यह अधिगम का सिद्धान्त है ?
(अ) व्यवस्थित व्यवहार
(ब) समीपता
(स) क्रिया प्रसूत अनुबंध  उत्तर 
(द) उद्दीपन परिवर्तन

प्रश्न=13 एक विकलांग बालक अत्यधिक परिश्रम करके कक्षा मे प्रथम आने का प्रयास करता है ! इसे किस प्रतिरक्षक प्रणाली मे रखेंगें ?
(अ) पुष्टिकरण
(ब) प्रक्षेपण
(स) प्रतिगमन
(द) क्षतिपूर्ति उत्तर 

प्रश्न=14 बुरी आदतो को छुड़ाने तथा अच्छी आदतों का निर्माण करने के लिए अधिगम का कौनसा सिद्धान्त उपयोगी है ?
(अ) समीपता का सिद्धान्त
(ब) उद्दीपन परिवर्तन
(स) क्रिया-प्रसूत अनुबंध
(द) अनुकूलित अनुक्रिया उत्तर 

प्रश्न=15 चंचल प्रायः जल्दी उठने के लिए सुबह 04 बजे का अलार्म भरती है और अलार्म बजने पर वह उठ जाती है,3-4 दिन बाद वह अलार्म बजने से पहले ही उसकी नींद खुल जाती है,यहाॅ अधिगम का कौनसा सिद्धान्त है ?
(अ) उद्दीपन
(ब) शास्त्रिय अनुबंधन उत्तर 
(स) व्यवस्थित व्यवहार

(द) अंतः दृष्टि

प्रश्न=16 इमली का नाम लेने हे मुहँ मे पानी आ जाने के कारण को निम्नलिखित मे से कौन-से सिद्धान्त से जानेंगें ?
(अ) समग्राकृति
(ब) उद्दीपक प्रतिक्रिया -उत्तर 
(स) संबंध प्रतिक्रिया
(द) सक्रिय अनुबंध

प्रश्न=17 “अनुभव एवं प्रशिक्षण द्वारा व्यवहार परिवर्तन को अधिगम कहते है”-यह परिभाषा है ?
(अ) गिलफोर्ड ने  -उत्तर 
(ब) स्किनर ने
(स) वुडवर्थ ने
(द) गेट्स ने

प्रश्न=18 निम्नलिखित मे से कौनसा कथन सीखने के बारे मे सही है ?
(अ) बच्चो द्वारा की गयी त्रुटियाँ यह संकेत करती है कि किसी तरह का सीखना नही हुआ !
(ब) सीखना उस वातावरण मे प्रभावी होता है, जो सवेंगात्मक कारकों से प्रभावित होता है  -उत्तर 
(स) सीखने के किसी चरण पर सीखना संवेगात्मक कारको को प्रभाव नही होता
(द) सीखना मूल रूप से मानसिक क्रिया है

प्रश्न=19 “अनुभव द्वारा व्यवहार मे परिवर्तन होना ही अधिगम है”-अधिगम की यह परिभाषा किसने दी है ?
(अ) बर्नहास्टर्र
(ब) गेट्स व अन्य - उत्तर 
(स) ई ए पील
(द) स्किनर

प्रश्न=20 राजेश बीमारी के कारण एक महीने तक विद्यालय नही गया ! जब वह विद्यालय गया तो उसे भाग के लंबे सवालो को करना नही आया !! कई बार के निराशात्मक अनुभवो मे असफलता हाथ लगी !! लंबे भाग के सवालो को देखते ही वह चिन्तित हो जाता है !! शास्त्रीय अनुबंधन सिद्धान्त के मुताबिक संवेगात्मक स्वाभाविक उत्तेजक है ?
(अ) असफलता को लेकर चितां
(ब) असफलता/भग्नाशा - उत्तर 
(स) लंबे भाग के सवाल
(द) लंबे भाग के सवालो को लेकर चिन्ता

प्रश्न =21पावलव के अनुबंधन प्रयोग में भोजन के पूर्व उपस्थित ध्वनि को क्या कहा जाता है ?
(1) अनुबंधित उद्दीपक -उत्तर 
(2) अनानुबंधित उद्दीपक
(3) अनुबंधित अनुक्रिया
(4) अनानुबंधित अनुक्रिया

प्रश्न =२२ '' 2 वर्ष के बच्चे को वॉलीबॉल खेलना नहीं सिखाया जा सकता ! थार्नडाइक के किस नियम पर आधारित है'' ?
(1) तत्परता का नियम✔
(2) प्रभाव का नियम
(3) अभ्यास का नियम
(4) बहु प्रतिक्रिया का नियम

प्रश्न =23 . मैक्डुगल ने सफ़ेद चूहों पर परीक्षण किया , जिस रास्ते में चूहों को बिजली का धक्का लगा, उस रास्ते में चूहों ने जाना छोड़ दिया ?  थार्नडाइक के किस नियम पर आधारित है ?
(1) का नियम
(2) प्रभाव का नियम उत्तर 
(3) तत्परता का नियम
(4) समस्या समाधान का नियम

प्रश्न =24 .  जब तर्क चिंतन व कल्पना के आधार पर ज्ञान प्राप्त किया जाता है तो वह अधिगम कहलाता है ?
(1) प्रत्यक्षात्मक अधिगम( Proactive learning)
(2) प्रत्यात्मक अधिगम -उत्तर 
(3) भावात्मक अधिगम
(4) साहचर्य अधिगम

प्रश्न 25- व्यवहार के कारण व्यवहार में परिवर्तन ही अधिगम है ,यह परिभाषा दी ?
(1) गेट्स
(2) गिलफोर्ड✔
(3) वुडवर्थ
(4) स्किनर

प्रश्न 26- छात्र शिक्षक की आवाज की नकल करता है,
आर एम गेने के किस अधिगम पर आधारित हैं ?

(1) नियम अधिगम
(2) संकेत अधिगम -उत्तर 
(3) समस्या समाधान अधिगम
(4) प्रत्यय अधिगम

प्रश्न 27- डिसैल के अनुसार अधिगम प्रक्रिया ( Learning process) के कितने सोपान है
(1) 2
(2) 3
(3) 4
(4) 5 -उत्तर 

प्रश्न 28- सामाजिक अधिगम ( Social learning) प्रारंभ होता है ?
(1) अलगाव से
(2) भीड से
(3) संपर्क से -उत्तर 
(4) श्रव्य दृश्य सामग्री से

प्रश्न 29- बच्चे दुनिया के बारे में अपनी समझ का सृजन कर सकते हैं  इसका श्रेय है ?
(1) थार्नडाइक
(2) पावलव
(3) स्किनर-उत्तर 
(4) हल

प्रश्न 30- प्रेक्षणात्मक अधिगम (Observational learning) सिद्धांत के प्रवर्तक हैं ?
(1) अल्बर्ट बंडूरा -उत्तर 
(2) N A क्राउडर
(3) क्रो एंड क्रो
(4) थार्नडाइक

प्रश्न 31- असंगत चुनिए
(1) मनोसामाजिक सिद्धांत के प्रवर्तक इरिक्शन
(2) मनोलैंगिक सिद्धांत के प्रवर्तक फ्राइड
(3) नैतिक विकास सिद्धांत के प्रवर्तक जीन पियाजे -उत्तर 
(4) क्षेत्रीय सिद्धांत के प्रवर्तक कुर्त लेविन

प्रश्न 32- अनुबंधन के गोचर की शुरुआत किसने की ?
(1) थार्नडाइक
(2) स्किनर
(3) पावलव -उत्तर 
(4) वुडवर्थ

प्रश्न 13- आदर्श एवं मूल्यों के सिद्धांत के प्रवर्तक हैं
(1) थार्नडाइक
(2) W C बागले -उत्तर 
(3) वुडवर्थ
(4 )स्पीयरमैन

प्रश्न 34- किस मनोवैज्ञानिक ने अधिगम सिद्धांतों (Learning principles) में हल का सिद्धांत सर्वश्रेष्ठ सिद्धांत बताया।
(1) पावलव
(2) स्किनर- उत्तर 
(3) क्रो एंड क्रो
(4) वुडवर्थ

प्रश्न 35- आरएम गेने के अनुसार अधिगम का कौनसा उच्चतर स्तर माना जाता है
(1 ) संकेत अधिगम
(2) प्रत्यय अधिगम
(3 )समस्या समाधान अधिगम- उत्तर 
(4) नियम अधिगम




टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वंशानुक्रम एवं वातावरण की भूमिका (most questions )

 वंशानुक्रम एवं वातावरण की भूमिका  वंशानुक्रम का अर्थ :  वंशानुक्रम सीधे तौर पर वंश से संबंधित है अर्थात इसमें वंशानुक्रम में शिशु के विकास में माता पिता की भूमिका तो होती ही है साथ ही साथ शिशु के माता-पिता के माता-पिता की भी भूमिका होती है। इसीलिए इसका नाम वंशानुक्रम पड़ा है और मनुष्य के विकास में इसका प्रभाव पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ता रहता है। सरल शब्दों में वंशानुक्रम का अर्थ :- वंशानुक्रम का साधारण तौर पर अर्थ है कि जैसे माता-पिता होते हैं, उनकी सन्तान भी वैसी ही होती है। वंशानुक्रम के अर्थ में हम यह भी कह सकते हैं कि सभी सजीव अपने वंश  को बनाए रखने के लिए अपने समान बच्चे पैदा करते  हैं। बच्चों  के शारीरिक रूप-गुण अपने माता – पिता के अनुरूप होते हैं, ये वंशानुक्रम का ही एक उदाहरण है। मनोवैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि संतान अपने माता-पिता से शारीरिक गुणों के साथ-साथ मानसिक गुण भी प्राप्त करता है, लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है,   उदाहरण के तौर पे ऐसा जरूरी नही है कि मंद-बुद्धि माता-पिता की संतानें भी मंद-बुद्धि हों। संतान शारीरिक एवं मानसिक गुण अपने माता-पिता के अलावा उनके पूर्वजों से भी प्र

राजस्थान का सामान्य ज्ञान SSC and Reet Important questions

    राजस्थान का सामान्य ज्ञान  राजस्थान के प्रथम नागरिक , प्रथम   महिला  व व्यक्तित्व पर राजस्थान की सभी परीक्षाओं सहित , केन्द्र व अन्य  राज्यों की परीक्षाओं में अनेक प्रश्न पूछे जाते रहे है। इसलिए परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए यहां सम्पूर्ण सूची नीचे दी जा रही है।  इसलिए इन्हें याद करना बहुत जरूरी है। ताकि परीक्षा में आप सफलता पा सके। राजस्थान के प्रथम नागरिक  प्रमुख नगरों  के उपनाम  प्रमुख राजवंश एंव उनके राज्य  मुख्य नगर एंव उनके संस्थापक  प्रमुख राजा एंव उनका काल  राजस्थान के प्रथम नागरिक  राजस्थान राज्य के प्रथम प्रमुख महाराजा   :- महाराणा भूपाल सिंह (उदयपुर ) राजस्थान राज्य के प्रथम प्रमुख राजा : - सवाई मानसिंह (जयपुर ) राजस्थान राज्य के प्रथम मुख्य मंत्री :-  पंडित  हीरा लाल शास्त्री  (7 अप्रेल 1949 से 5 जनवरी 1951 ) राजस्थान राज्य के प्रथम निर्वाचित मुख्य मंत्री :- टीका राम पालीवाल (३मार्च 1952 से 31 अक्टूबर 1952  तक ) राजस्थान राज्य के प्रथम राजयपाल :- श्री गुरु मुख निहाल सिंह ( 1 नवंबर 1956  से 16 अप्रेल 1962 ) राजस्थान राज्य के प्रथम मुख्य न्यायाधीश :- कमल कांत वर्मा  र