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How to make an earthquake detector

An earthquake detector   An earthquake detector is a device that can detect seismic waves and alert people to the presence of an earthquake .how to make an earthquake detector at home .  Here are the steps to make a simple earthquake detector at home . 1. Materials Required: To build your earthquake detector, you will need a few simple materials, such as:  A sensor with an accelerometer  A breadboard with jumper wires  A microcontroller board (like Arduino) An Arduino-compatible computer with software installed;  A USB cord for power and programming; NE555 2. Attach the accelerometer sensor to the microcontroller: Use a jumper wire and a breadboard to attach the accelerometer sensor to the microcontroller. The accelerometer sensor will identify variations in acceleration and movement. 3. Programming the microcontroller Coding the microcontroller to read data from the accelerometer sensor and find seismic waves can be done using the Arduino software. It can be set up to send an al

राजस्थान की प्रमुख संत महिलाएं

 राजस्थान की प्रमुख संत महिलाएं संत मीराबाई (जन्म 1498) कृष्ण भक्त कवयित्री व गायिका मीराबाई सोलवीं सदी के भारत के महान संतों में से एक थी अपनी अगाध एवं माधूर्यभाव कृष्ण भक्ति के कारण मीरा जी काफी प्रसिद्ध हुई।इसीलिए मीरा को राजस्थान की राधा की संज्ञा दी जाती है।इनका जन्म मेड़ता के राठौड़ राव जोधा के पुत्र रतन सिंह के घर में एक कुड़की पाली नामक ग्राम में 1498 -99ई.के लगभग हुआ था। इनके पिता रतन सिंह राठौड़ बाजौली के जागीरदार थे मीरा का लालन-पालन अपने दादा जी के यहां मेड़ता में हुआ इनका जन्म का नाम पेमल था।इनका विवाह 1516 ई. संवत् 1573 में राणा सांगा के पुत्र युवराज भोजराज के साथ हुआ था। पर विवाह के कुछ वर्ष बाद 7 वर्ष पश्चात ही भोजराज की मृत्यु हो जाने से यह तरुण अवस्था में ही विधवा हो गई। यह बचपन से ही कृष्ण भक्त थी।और उनका अधिकांश समय भजन संध्या में ही बिता करता था। मीराबाई ने सगुण भक्ति का सरल मार्ग भजन नृत्य एवं कृष्ण स्मरण को बताया अपने अंतिम समय में गुजरात में द्वारिका के डाकोर रणछोड़ मंदिर में चली गई और वही 1540 अपने गिरधर गोपाल में विलीन हो गई।मीरा जी की पदावलीयाँ प्रसिद्ध है।मी

बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ (Child Development and Teaching Methods level -2)

  बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ   प्रश्न   REET Child Development And Teaching Methods   रीट : मुख्य परीक्षा जनवरी में प्रस्तावित, 300 नंबर की परीक्षा, 150 सवाल, निगेटिव मार्किंग माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (board of secondary education) ने अध्यापक पात्रता परीक्षा (teacher eligibility test) (रीट- 2022) का परिणाम गुरुवार को जारी कर दिया। इस (Reet 2022) परीक्षा में पात्र अभ्यर्थी 46 हजार 500 पदों के लिए जनवरी में प्रस्तावित थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। लेवल-1 में 15 हजार और लेवल-2 में 31,500 पद शामिल हैं। लेवल-1 और लेवल-2 के लिए दो चरणों में भर्ती परीक्षा होगी। पहले चरण की परीक्षा सिर्फ पात्रता के लिए हुई, जबकि दूसरे चरण की परीक्षा में शिक्षकों का चयन किया जाएगा। परीक्षा का आयोजन राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड करेगा। इसका पाठ्यक्रम गुरुवार को जारी कर दिया गया। इसमें 300 नंबर के लिए 150 सवाल पूछे जाएंगे। गलत उत्तर देने पर निगेटिव मार्किंग होगी। यों हुआ पात्रता का निर्धारण बोर्ड की ओर से घोषित रीट परीक्षा परिणाम में पात्रता प्रतिशत के अनुसार लेवल एक में 63.6